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ग़ज़ल लिखे होंगे आज भी चंद अल्फ़ाज़ मेरे लिए। आज भी मिरी याद में वो डूब कर रोया होगा।। बनाई होगी चाय कपकपाते हाथों से जब। चीनी को डालते वक़्त वो ...